सूरत का डुमस बीच केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए ही नहीं, बल्कि भूतिया कहानियों के लिए भी जाना जाता है। कहते हैं कि इस तट की रेत पर सिर्फ हवा नहीं बहती, बल्कि रहस्यमयी घटनाएं भी होती हैं।
डुमस बीच की रेत काली है, जिसे लोग उसकी भूतिया प्रकृति से जोड़ते हैं। यह जगह एक प्राचीन हिंदू श्मशान स्थल हुआ करती थी, और माना जाता है कि यहां दफनाए गए लोगों की आत्माएं अब भी तट पर भटकती हैं।
कई लोगों ने रात के समय तट पर अजीब साये और अज्ञात आवाज़ें सुनी हैं। कुछ ने बताया है कि जब वे अकेले बीच पर घूम रहे थे, तो उन्हें किसी के चलने की आवाज़ें सुनाई दीं, लेकिन उनके आस-पास कोई नहीं था।
कई पर्यटकों ने भी इस तट पर अजीब घटनाओं का अनुभव किया है। कुछ लोगों को ऐसा लगा कि किसी ने उन्हें पीछे से छुआ, लेकिन जब उन्होंने मुड़कर देखा, तो वहां कोई नहीं था। डर से वे जल्द ही वहां से चले गए।
समुद्र की लहरों के साथ कभी-कभी अजीब सी आवाजें भी सुनाई देती हैं, जैसे कोई गहरी सांसें ले रहा हो या रो रहा हो। ये ध्वनियाँ स्थानीय लोगों और पर्यटकों को भयभीत कर देती हैं।
क्या डुमस बीच वाकई भूतिया है, या यह सिर्फ मन का भ्रम है? लोग आज भी यहां के रहस्यों के बारे में बात करते हैं, लेकिन इस तट की सच्चाई आज तक कोई नहीं जान पाया।
डुमस बीच एक अनसुलझी पहेली है। चाहे आप इसे एक डरावनी जगह मानें या केवल एक खूबसूरत तट, लेकिन जो लोग यहां आए हैं, वे इसकी रहस्यमयता को कभी नहीं भूल पाते।