संतान सप्तमी व्रत की विरासत-
रानी की आस्था और भक्ति ने संतान सप्तमी व्रत को महिलाओं के बीच लोकप्रिय बना दिया। आज भी माताएं अपने बच्चों की समृद्धि और दीर्घायु के लिए इस व्रत का पालन करती हैं, और विश्वास करती हैं कि अडिग भक्ति से सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।