"स्लीप पैरालिसिस: मन और शरीर के बीच का संघर्ष" 

 स्लीप पैरालिसिस क्या है? स्लीप पैरालिसिस वह स्थिति है जब सोते समय या जागने के दौरान आपका शरीर हिल नहीं पाता, लेकिन आपका दिमाग जाग जाता है।

दिमाग जागता है, शरीर सोता है  नींद में, आपका मस्तिष्क शरीर को "पैरालाइज" कर देता है ताकि आप सपनों को वास्तविकता में न जी लें। स्लीप पैरालिसिस में दिमाग पहले जाग जाता है जबकि शरीर अभी भी सोता रहता है।

मतिभ्रम (Hallucinations) आम हैं इस स्थिति में अक्सर डरावनी आवाजें सुनाई देती हैं, छायाएँ दिखती हैं, या ऐसा लगता है कि कोई दबाव डाल रहा है। यह दिमाग की सपने और वास्तविकता के बीच की गड़बड़ी है।

यह अलौकिक नहीं है कई संस्कृतियों में इसे भूत-प्रेत या अलौकिक घटनाओं से जोड़ा जाता है, लेकिन यह पूरी तरह से एक वैज्ञानिक घटना है।

तनाव और खराब नींद इसके कारण हो सकते हैं तनाव, अनियमित नींद की आदतें, और नींद से जुड़ी समस्याएँ स्लीप पैरालिसिस का कारण बन सकती हैं।

यह डरावना है, लेकिन हानिकारक नहीं हालांकि यह अनुभव डरावना हो सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से सुरक्षित है। यह कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों तक रहता है।

बचाव के उपाय – नियमित और पर्याप्त नींद लें। – सोने से पहले तनाव को दूर      करें। – पीठ के बल सोने से बचें।

स्लीप पैरालिसिस को समझने से डर कम होता है। यह जानना ज़रूरी है कि आप अकेले नहीं हैं—दुनिया भर में लाखों लोग इसे अनुभव करते हैं।